मैकाले कभी पुनर्जन्म लेकर या आत्मा के रूप में भारत की पवित्र धरती का दर्शन करने आते जाएं तो वे भी आश्चर्यचकित हो जाएंगे कि
मैंने तो सोचा भी नहीं था कि भारत इतना बदल जाएगा और वह भी मेरी कल्पना के आधार पर अंग्रेजी भाषा को जिन्दा रखने के कारण।आज एक सभ्य पढे़ लिखे आदमी को हिंदी में बात करने वाले हिन्दी अखबार मांगने पर एक पूर्णत:आधुनिक एयरलाइंस से उतार दिया जाता है ।बहाना एयर होस्टेस दुर्व्यवहार का बना दिया जाता है।यदि आपको अंग्रेज़ी नहीं आती तो आप अत्यधिक ग ए बीते ,यह मान्यता कूट-कूट कर कुछ वर्षौ में भरदी जाती है ,बच्चे हीन भावना से ग्रसित न रहें इसके लिए इन बच्चों का पूरा बचपन एक उसविदेशी भाषा को सीखने में चला जाता है जो उसकी मां से और उसके देश की मिट्टी से किसी भी प्रकार से जुड़ी हुईं नहीं है ।
One Bharat Mission
मैंने तो सोचा भी नहीं था कि भारत इतना बदल जाएगा और वह भी मेरी कल्पना के आधार पर अंग्रेजी भाषा को जिन्दा रखने के कारण।आज एक सभ्य पढे़ लिखे आदमी को हिंदी में बात करने वाले हिन्दी अखबार मांगने पर एक पूर्णत:आधुनिक एयरलाइंस से उतार दिया जाता है ।बहाना एयर होस्टेस दुर्व्यवहार का बना दिया जाता है।यदि आपको अंग्रेज़ी नहीं आती तो आप अत्यधिक ग ए बीते ,यह मान्यता कूट-कूट कर कुछ वर्षौ में भरदी जाती है ,बच्चे हीन भावना से ग्रसित न रहें इसके लिए इन बच्चों का पूरा बचपन एक उसविदेशी भाषा को सीखने में चला जाता है जो उसकी मां से और उसके देश की मिट्टी से किसी भी प्रकार से जुड़ी हुईं नहीं है ।
जीवन के ब्रह्म मुहूर्त में,सुबह की बेला में ही हमने उसके हाथ में A for apple ,C for cat का कायदा दिया ,इस दौरान भारत की बात तो कभी की ही नहीं मां छुट गई और Mom Mummy मस्तिष्क में बैठ गई।बचपन की तरोताज़ा शक्तियां जब पूरे वेग से बढ़ना, खिलना चाहती है हमने उन पर अंग्रेजी सीखने का इतना बोझ दे दिया कि पुस्तकों का बोझ उठातेउठाते उनके कन्धे झुक जाते हैं अंग्रेजी फिर भी नहीं आती.
हां मैकाले खुश हुआ "सब ये तसल्ली इन ऐं घरों बने लोगो को रहती है । साथियों ,हम अपने बच्चों को अपनी भाषा पर गर्व।करना सिखाएं , हीनता के बोध की ग्रन्थि से उन्हें बाहर निकालें, अपनी महान् संस्कृति विभाग संस्कृत भाषा से जोड़े तभी भारत एक महान् सभ्यता बच पाएगी। बिग बास जैसे कार्यक्रम हमारी सभ्यता, संस्कृति की रोज हत्या होती है "अश्लीलता"प्रोसोपिस और रातों रात करोड़पति बन जाओ ये है आज के मीडिया का मूल मंत्र।अंग्रेजी मैकाले के प्रेत से मुक्ति पाएं और हिंदी को अपनी राष्टृभाषा बनाएं।
जय भारत माता की
लेखिका
श्रीमती. शोभा चांदला
posted on
Unifying Indians
JI Jaroor
ReplyDeleteBhaut Sahi baat kahi hain
ReplyDeleteसहमत हूँ मै आपसे कोशिश जरूर बढायेंगे ! आपकी विचारधारा प्रसंशनीय है !
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